LYRICS
भक्ति के रंगे रंग में हनुमान नज़र आए
जब फाड़ दिया सीना श्रीराम नज़र आए
हनुमान ने बचपन में एक खेल दिखाया था
फल लाल समझ सूरज मुख गाल दबाया था
जब विनती करें शुर नर हैरान नज़र आए
भक्ति के रंगे रंग में हनुमान नज़र आए
जब फाड़ दिया सीना श्रीराम नज़र आए
सिंदूर से सीता की जब माँग भरी देखी
महिमा उस सिंदूर की जब बात सुनी सब की
सिंदूर लगा तन मे आलीशान में नज़र आऐ
भक्ति के रंगे रंग में हनुमान नज़र आए
जब फाड़ दिया सीना श्रीराम नज़र आए
ईक बार बने बंदर शिव शंकर के संग में
दशरथ के द्वारे पर नाचे अपने रंग में
श्री राम प्रभु उन पर बलिहार नज़र आए
भक्ति के रंगे रंग में हनुमान नज़र आए
जब फाड़ दिया सीना श्रीराम नज़र आए
जब लखन को शक्ति लगी
हनुमान दवा लाए बूटी ना पा कर के पर्वत ही उठा लाए हैं
प्राणों को बचाकर के ख़ुशहाल नज़र आए
भक्ति के रंगे रंग मे हनुमान है नज़र आए
जब फाड़ दिया सीना श्रीराम नज़र आए