LYRICS
तेरे सर पे मुकुट सजे गजानन हरे हरे
माता तुम्हारी पारवती है
जगमग जोत जले
तेरे सर पे मुकुट सजे गजानन हरे हरे
पिता तुम्हारे शिव शंकर है
अद्भुत रूप धरे
गजानन हरे हरे
तेरे सर पे मुकुट सजे गजानन हरे हरे
सूंड तुम्हारी बोहत बड़ी है
सवामन सिन्दूर चढ़े
गजानन हरे हरे
तेरे सर पे मुकुट सजे गजानन हरे हरे
पेट तुम्हारा बोहत बड़ा है
सवामन लड्डू चढ़े
गजानन हरे हरे
तेरे सर पे मुकुट सजे गजानन हरे हरे
पत्नी तुम्हरी रिद्धि सिद्धि है
सबका भण्डार भरे
गजानन हरे हरे
तेरे सर पे मुकुट सजे गजानन हरे हरे
सैर सवारी मूसे की है
सारा जग ब्रहमन (घूमे ) करे
गजानन हरे हरे
तेरे सर पे मुकुट सजे गजानन हरे हरे