LYRICS
तुझे कब से शाम पुकार रही
काजल डलवा ले अँखियन में
तुझे मोर मुकुट मँगवा दूँगी
तेरे माथे पे सजवा दूँगी
संग केसर ख़ूब लगा दूँगी काजल डलवा ले अँखियन में
तेरे हीरे के हार मँगवा दूँगी
तेरे गले में सजवा दूँगी
हीरे मोती से जड़वा दूँगी काजल डलवा ले अँखियन में
तेरा पीला पिताम्बर ला दूँगी
वा में गोटा किनारी लगा दूँगी
तेरे काँधे पे सजवा दूँगी काजल डलवा ले अँखियन में
तुझे चाँदी की पायल ला दूँगी
वा में घुँघरीया डलवा दूँगी
तेरे पैरों में सजवा दूँगी काजल डलवा ले अँखियन में
तुझे बरसाने बुलवा दूँगी
तेरी राधा से मिलवा दूँगी
तेरी कामरिया सजवा दूँगी काजल डलवा ले अँखियन में