LYRICS
ना छोड़िए ना छोड़िए
मेरे सतगुरु प्यारे ना छोड़िए
अव गुण हरि गुण ना है कोई
अवगुण देख मैं अपने रोई
ना खोलिए ना खोलिए
मेरे पापो वाले मटकी न खोलिए
ना छोड़िए ना छोड़िए मेरे सतगुरु प्यारे ना छोड़िए
गहरी नदिया नाव पुरानी
तैरना न जानू मैं अज्ञानी
ना छोड़िए ना छोड़िए मेरी नैया भंवर में ना छोड़िए
ना छोड़िए ना छोड़िए मेरे सतगुरु प्यारे ना छोड़िए
लख दुनिया दर तेरे आए
दर तेरे पे अलख जगाई
सुन लीजिए सुन लीजिए
मेरी अंदर वाली बातें सुन लीजिए
ना छोड़िए ना छोड़िए मेरे सतगुरु प्यारे ना छोड़िए