Bhudiya Mastani Shadi Hansi Mazak Geet lyrics


बुढ़िया मस्तानी देखो खा गई  खल की सानी
बुढ़िया  कहे मुझे टीका गढ़वा दो
बुड्ढा कहे उसका माथा कटवा दो
बूड़िया मस्तानी देखो खा गई खल कि सानी

बुढ़िया कहे मुझे कॉलर  गढ़वा दो
बुड्ढा कहे उसका गला कटवा दो
बूड़िया मस्तानी देखो खा गई खल कि सानी

बुधिया कहे मुझे कंगन गढ़वा दो
बुड्ढा कहे उसके हाथ कटवा दो
बूड़िया मस्तानी देखो खा गई खल कि सानी

बुढ़िया कहे मुझे तगड़ी गढ़वा दो
बुड्ढा कहे उसके कमर कटवा दो
बूड़िया मस्तानी देखो खा गई खल कि सानी

बुढ़िया कहे मुझे पायल गढ़वा दो
बुड्ढा कहे उसके पैर कटवा दो
बूड़िया मस्तानी देखो खा गई खल कि सानी

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