LYRICS
ये तो प्रेम की बात है ऊधो
बंदगी तेरे बस की नहीं है
यह सरदे के होते है सौदे
आशिक़ी इतनी सस्ती नहीं है
ये तो प्रेम की बात है ऊधो
बंदगी तेरे बस की नहीं है
प्रेम वालों ने कब वक्त पूछा
उनकी पूजा में संले ओ ऊधो
यहाँ दम दम में होती है पूजा
सर झुकाने की फ़ुरसत नहीं है
ये तो प्रेम की बात है ऊधो
बंदगी तेरे बस की नहीं है
जो असल में है मस्ती में डूबे
क्या परवाह उन्हें ज़िंदगी की
जो उतरती है चढ़ती है मस्ती
वो हक़ीक़त में मस्ती नहीं है
ये तो प्रेम की बात है ऊधो
बंदगी तेरे बस की नहीं है
जिसकी नज़रों में है श्याम प्यारे
वो तो रहते है जग से प्यारे
जिसकी नज़रों में मोहन समाए
वो नज़र फिर तरसती नहीं है
ये तो प्रेम की बात है ऊधो
बंदगी तेरे बस की नहीं है