LYRICS
मेरी अम्बे मां से पूछना
जगदम्बे मां से पूछना
तेरा भवन है कितनी दूर
छाले पड़ गए पांव में
तेरा भवन है कितनी दूर
छाले पड़ गए पांव में
जगदम्बे मां से पूछना
मैया कोयल कूं कू़ बोल रही
और पपीहा मचायें शोर
छाले पड गये पांव में
मेरी अम्बे मां से पूछना
तेरा भवन है कितनी दूर
छाले पड़ गए पांव में
जगदम्बे मां से पूछना
मैया रिमझिम बरषा हो रही
और घटा हुई घनघोर
छाले पड़ गए पांव में
मेरी अम्बे मां से पूछना
तेरा भवन है कितनी दूर
छाले पड़ गए पांव में
जगदम्बे मां से पूछना
मैया छत्र नारियल भेंट चढ़ाऊं
तेरी ज्योति जलाऊं सुबह शाम
छाले पड़ गए पांव में
मेरी अम्बे मां से पूछना
तेरा भवन है कितनी दूर
छाले पड़ गए पांव में
जगदम्बे मां से पूछना
मैया हलुआ छोले का भोग लगाऊं
तेरा भंडारा कराऊं हर साल
छाले पड़ गए पांव में
मेरी अम्बे मां से पूछना
तेरा भवन है कितनी दूर
छाले पड़ गए पांव में
जगदम्बे मां से पूछना
तेरे आगे हनुमत चल रहे
तेरे पीछे भैरव चल रहे
तेरे भवन की ऊंची शान
छाले पड़ गए पांव में
मेरी अम्बे मां से पूछना
तेरा भवन है कितनी दूर
छाले पड़ गए पांव में
जगदम्बे मां से पूछना
मैया शेर सवारी आ रही
तेरी हो रही जय जयकार
छाले पड़ गए पांव में
मेरी अम्बे मां से पूछना
तेरा भवन है कितनी दूर
छाले पड़ गए पांव में
जगदम्बे मां से पूछना