गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर lyrics Guruji mera avgun bhara shareer lyrics

गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर lyrics batado kese taroge lyrics in hindi this song is sung by kusum chauhan 

गुरु जी मेरा अवगुण भरा शरीर – बता दो कैसे तारोगे | Full Lyrics with Meaning

Are you searching for the soulful lines “बता दो कैसे तारोगे, गुरु जी मेरा अवगुण भरा शरीर”? You’re in the right place. These heartfelt spiritual lyrics touch the core of devotion and surrender. Below, you’ll find the full lyrics along with a simple explanation.

गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर

Guruji mera avgun bhara shareer bata do kese taroge bhajan lyrics in hindi 

गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर 
बता दो कैसे तारों गे 
बता दो कैसे तारों गे  बता दो कैसे तारों गे 
गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर 
बता दो कैसे तारों गे 


ना मैं गंगा जमुना नहाई 
हर की पौड़ी जा ना पाई 
गुरुजी मेरी माडी है तकदीर 
बता दो कैसे तारो गे
गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर 
बता दो कैसे तारों गे 


ना मैंने बड़ पीपल सींचे
सब दिन मोह माया में बीते 
गुरु जी मैंने ना दिया तुलसी में नीर 
बता दो कैसे तारों गे 
गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर 
बता दो कैसे तारों गे 


ना मैंने मंदिर तीरथ ध्याए 
ना पितरों पर शीश झुकाए 
गुरु जी मुझे कोई बता दो तरकीब 
बता दो कैसे तारों गे 
गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर 
बता दो कैसे तारों गे 


भूखे को जलपान दिया ना 
निर्धन को मैंने दान दिया ना 
गुरुजी में तो ऐसी हुई बेप्रीत 
बता दो कैसे तारों गे 
गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर 
बता दो कैसे तारों गे 


ना मैं राधा मीरा बाई 
ना मैं सीता कर्मा बाई  
गुरुजी मेरी तुम ही हो जागीर 
बता दो कैसे करोगे
गुरुजी मेरा अवगुण भरा शरीर 
बता दो कैसे तारों गे 

भावार्थ

इन पंक्तियों में एक भक्त अपने गुरु से विनती करता है कि –
“हे गुरुजी, मेरा शरीर तो अवगुणों से भरा है। मैंने अच्छे कर्म भी नहीं किए। ना सेवा की, ना भक्ति की, फिर भी आप कृपा करके मुझे कैसे तारेंगे?”

यह भाव एक गहरे पश्चाताप और सच्चे समर्पण का प्रतीक है। यह दर्शाता है कि जब एक आत्मा थक हार जाती है, तो अंत में वह अपने गुरु या परमात्मा की शरण में आती है।

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