जगत में कोई ना परमानेंट lyrics
जगत में कोई ना परमानेंट
तेल चमेली चंदन साबुन चाहे लगा लो सेंट
आबा गवन लगी दुनिया में
जगत है रेस्टोरेंट रे भैया जगत है रेस्टोरेंट
अंत समय में उड़ जायेंगे
तेरे तम्बू टेंट
जगत में कोई ना परमानेंट
तेल चमेली चंदन साबुन चाहे लगा लो सेंट
हरिद्वार चाहे मथुरा काशी चाहे दिल्ली केंट रे भैया चाहे दिल्ली केंट
मन मेरा तो नाम प्रभु का धोती पहरो या पेंट