गजानन नेक अकल बताइयो
भूली जगत में आके ज्ञान
सास भी मेरे ससुर भी मेरे
गजानन कभी पैर न छुए
भूली जगत में आके ज्ञान
गजानन नेक अकल बताइयो
भूली जगत में आके ज्ञान
गजानन नेक अकल बताइयो
भूली जगत में आके ज्ञान
जेठ भी मेरे जेठानी भी मेरे
गजानन कभी लाज न मारी
भूली जगत में आके ज्ञान
देवर भी मेरे दौरानी भी मेरे
गजानन कभी लाड न लड़ाये
भूली जगत में आके ज्ञान
गजानन नेक अकल बताइयो
भूली जगत में आके ज्ञान
नन्द भी मेरे नन्दोई भी मेरे
गजानन कभी दिल की न पूछी
भूली जगत में आके ज्ञान
गजानन नेक अकल बताइयो
भूली जगत में आके ज्ञान