Mukh accha nahi lagta bhajan bina shandar nirgun bhajan
मुख अच्छा नहीं लगता भजन बिना
मुख अच्छा नहीं लगता भजन बिना
भजन बिना भगवान बिना
मुख अच्छा नहीं लगता भजन बिना
चाहे कितनी बिंदिया लगा लो
शीश अच्छा नहीं लगता झुके बिना
मुख अच्छा नहीं लगता भजन बिना
चाहे कितने ही सुरमे सा लो
चाहे कितने ही चश्मे लगा लो
नैन अच्छे नहीं लगते दरश बिना
भजन बिना भगवान बिना
मुख अच्छा नहीं लगता भजन बिना
चाहे कितने होठ रंगा लो
चाहे कितनी मिठाई खा लो
चाहे कितने गोल गप्पे खा लो
मुख अच्छा नहीं लगता राम राम बिना
चाहे कितने ही चुडिया पेहेन लो
चाहे कितने ही कंगन पेहेन लो
हाथ अच्छे नहीं लगते दान बिना
चाहे कितनी ही पायल पहनो
चाहे कितने ही सैंडल पहनो
पैर अच्छे नहीं लगते तीरथ बिना
चाहे कितनी ही साडी पहनो
चाहे डबल बीएड पर सो लो
काया अच्छी नहीं लगती सेवा बिना
चाहे कितने ही बेटे जन लो
जन जन के राजी हो लो
सेवा एक नहीं करता करम बिना
मुख अच्छा नहीं लगता भजन बिना
चाहे कितने ही दान लुटा लो
दान एक नहीं लगता कन्या बिना
चाहे कितने ही धन को जोड़ लो
जोड़ जोड़ के अलमारी भर लो
पायी साथ नहीं चलती नाम बिना
मुख अच्छा नहीं लगता भजन बिना