Ganpat ne rath judvaya
आज्ञा देयो स्वामी मेरे पिता ने यज्ञ रचायो
सब देवें पे चिठिया बेझि
हम पे नए आयी गौरा बिना बुलाये मत जइयो
आज्ञा देयो स्वामी मेरे पिता ने यज्ञ रचायो
भोले ने गणपत बुलवाये रथ तैयार भयो
गौरा अपने पिता घर चली
आज्ञा देयो स्वामी मेरे पिता ने यज्ञ रचायो
गणपत ने रथ तैयार किआ है
गौरा बैठ गयी गौरा अपने पिता घर चाली
आज्ञा देयो स्वामी मेरे पिता ने यज्ञ रचायो
दरवाजे पे वाकई बहना ठाडी
देखत मुसकायी गौरा बिना बुलाये आयी
आज्ञा देयो स्वामी मेरे पिता ने यज्ञ रचायो
पौड़ी में वाकई मैया ठाडी
भर कौली रोई बेटी पिता ने नाये बुलाई
आज्ञा देयो स्वामी मेरे पिता ने यज्ञ रचायो
आँगन में वाको बाबुल मिल गया
तू कैसे आयी गौरा हमने नाये बुलाये
आज्ञा देयो स्वामी मेरे पिता ने यज्ञ रचायो
चार तरफ गौरा फिर आयी
आसन नाये पायो गौरा के पिता ने मान घटयो
आज्ञा देयो स्वामी मेरे पिता ने यज्ञ रचायो
इतने बोल सुने बाबुल के
अग्नि में भसम हुई तेरो यज्ञ सफन नाये होगा
आज्ञा देयो स्वामी मेरे पिता ने यज्ञ रचायो
गणपत ने रथ उल्टो फेरो
पिता से जाये कही माता अग्नि में भसम हुई है
आज्ञा देयो स्वामी मेरे पिता ने यज्ञ रचायो
हमने जबहि कही गौरा बिना बुलाये मत जइयो
आज्ञा नाये मिली गौरा अग्नि में भसम हुई है
Posted inshiv bhajan