JHOPADIYA MERI ESI BANAIYO NANDLAAL
बंगलिया मेरी ऐसी बनइयो नंदलाल
जामे सारी उम्र कट जाये
झोपड़िया मेरी ऐसी बनइयो नंदलाल
वृन्दावन में कुञ्ज गली में
गोकुल कदमो के निचे
वृन्दावन में दया करना तुम
मोहन बीच धराचार में
दरवाजे पे मोहन लिखियो
राधा लिखियो किवाड़
बंगलिया मेरी ऐसी बनइयो नंदलाल
जामे सारी उम्र कट जाये
झोपड़िया मेरी ऐसी बनइयो नंदलाल
बंगले के द्वारे पे मोहन
छोटा सा एक आला हो
राधा मोहन हो बनगे में संतो की सेवा होव
राधा मोहन की करू आरती
नित उठ दर्शन होये
बंगलिया मेरी ऐसी बनइयो नंदलाल
जामे सारी उम्र कट जाये
झोपड़िया मेरी ऐसी बनइयो नंदलाल
बंगले के द्वारे पे मोहन
तुलसी और केला होवे
बेला चमेली के फूल खिले हो
और कदमो की छैया होवे
हम सब सखिया मिल जुल कर के
सूंदर हार बनाये
बंगलिया मेरी ऐसी बनइयो नंदलाल
जामे सारी उम्र कट जाये
झोपड़िया मेरी ऐसी बनइयो नंदलाल
अमास पूनो उस बंगले म
कथा और कीर्तन होवे
पूरी कचोरी का भोग लगे
और माल पूए हलवा होवे
भर भर डोना सबको बाटू
सब इच्छा पूरी होवे
भक्त और भगवन भी खावे
झूटन हमें मिल जाये
बंगलिया मेरी ऐसी बनइयो नंदलाल
जामे सारी उम्र कट जाये
झोपड़िया मेरी ऐसी बनइयो नंदलाल
असाड़ मेघा जोर से बरसे
मोहन बंगले में छुपना
सावन रक्षा बंधन आवे
बंगले राखी बंधवाना
भादो में हो सालगिरह
तो बंगले में टिका करवाना
कवार मॉस की शरद पूर्ण को
मोहन रास रचा जाना
बंगलिया मेरी ऐसी बनइयो नंदलाल
जामे सारी उम्र कट जाये
झोपड़िया मेरी ऐसी बनइयो नंदलाल