Krishna Bhajan Hindi Lyrics Kanha Gagariya Mat Fodo Brij Ki Beech Dagariya me

LYRICS 




कान्हा गगरिया मत फोड़ो 
ब्रज की बीच डगरिया में 


जब कान्हा तोहे भूख लगेगी 
माखन धरा मटकिया में 
कान्हा गगरिया मत फोड़ो 
ब्रज की बीच डगरिया में 


जब कान्हा तोहे प्यास  लगेगी 
पानी  धरा कलसिया  में 
कान्हा गगरिया मत फोड़ो 
ब्रज की बीच डगरिया में 


जब कान्हा तोहे गर्मी लगेगी 
पंखा  धरा अटरिया  में 
कान्हा गगरिया मत फोड़ो 
ब्रज की बीच डगरिया में 


जब कान्हा तोहे सर्दी  लगेगी 
कम्बल  धरा अटरिया  में 
कान्हा गगरिया मत फोड़ो 
ब्रज की बीच डगरिया में 


जब कान्हा तोहे नींद लगेगी 
तकिया  धरा अटरिया  में 
कान्हा गगरिया मत फोड़ो 
ब्रज की बीच डगरिया में 


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