Lyrics of naar ne ghada uthwado
जल के अंदर खड़ा हरिश्चंद्र
करता अरज हजार
भारी है गयो घड़ा हमारो
उठ वायदे मेरी नार
नार निक दियो सहारो
घड़ा उठवा दे हमारा
मोये 7 दिनों हो गए
मैंने खाना तक ना खाए हो
कलुआ के कहने से मैं पानी भरने आयो
कमजोरी के कारण मेरो दुर्बल भयो शरीर
नार निक लगा सहारो घड़ा उठ वायदे हमारो
तुम भंगी घर रहते हो
में ब्राह्मण घर की नारी
मेरो धर्म भ्रष्ट हो जाए
मैं ना उठाओ पानी
धर्म के कारण राजा रानी
बिक रहे बीच बाजार
नार निक लगा सहारो घड़ा उठ वायदे हमारो
जल के अंदर घुसकर
नेक जल को ले लो सहारा
जल के अंदर घुस गए तुम अपना घड़ा उठाओ
राजा रानी रोहित तीनों बिक रहे बीच बाजार
नार निक लगा सहारो घड़ा उठ वायदे हमारो