Haldi Ke Daag Lagaye Lyrics LYRICS हल्दी के दाग लगाए रंग बरसेगो

LYRICS 


कोरे कोरे  कागज
नीली नीली श्याही
हल्दी के दाग लगाए रंग बरसेगो

रंग बरसे कछु अमृत बरसे
और बरसे कस्तूरी रंग बरसेगो

लिख लिख चिठिया भेजू रे बिरन पे
बिरन भात ले आइओ रंग बरसेगो
एक लाख को जेवर लाइओ
सवा लाख थाली में रंग बरसेगो 

अरे इतना हो तो भैया  मेरे घर आइओ
मत मेरी हंसी करइयो रंग बरसेगो
कोठे चढ़ के देखन लागी
 बिरन भात ले आये रंग बरसेगो

बूढी बूढी बधिया टूटी सी मझोली
गरद उड़ाते आये रंग बरसेगो

कैयो मेरी नन्द बड़ी से
भैया कहा उतरेंगे
बाग़ बगीचा भैया मेरे हथ नहीं
पिछवाड़े उतरेंगे रंग बरसेगो

कैयो मेरी नन्द बड़ी से
नगर बुलावा दे आवे  रंग बरसेगो
रंग बरसे कछु अमृत बरसे
और बरसे कस्तूरी रंग बरसेगो

एक रुपैया थाली में डाले
मोटी धोवति लाये रंग बरसेगो
रंग बरसे कछु अमृत बरसे
और बरसे कस्तूरी रंग बरसेगो

लिख लिख चिठिया भेजू रे चचा पे
चचा भात ले आइओ रंग बरसेगो
एक लाख को जेवर लाइओ
सवा लाख थाली में रंग बरसेगो

अरे इतना हो तो चचा  मेरे घर आइओ
मत मेरी हंसी करइयो रंग बरसेगो
कोठे चढ़ के देखन लागी
 चचा भात ले आये रंग बरसेगो

गोरी गोरी बधिया सोने की मझोली
रंग बरसाते आये रंग बरसेगो

कैयो मेरी नन्द बड़ी से
चाचा कहा उतरेंगे
बाग़ बगीचा चाचा  मेरे बहुतेरे
कमरन बीच उतरेंगे रंग बरसेगो

कैयो रे मेरी नन्द बड़ी से
नगर बुलावा दे आवे  रंग बरसेगो
एक लाख को जेवर लाइओ
सवा लाख थाली में रंग बरसेगो
रंग बरसे कछु अमृत बरसे
और बरसे कस्तूरी रंग बरसेगो

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