LYRICS
सावन आया नीलकंठ में जाऊंगी जरूर
अपने भोले बाबा को मनाऊंगी जरूर
मेरे भोले बाबा की यही है निशानी
सिर पे जटा और गंगा महारानी
गंगा जी में डुबकी लगाऊंगी जरूर
अपने भोले बाबा को मनाऊंगी जरूर
सावन आया नीलकंठ में जाऊंगी जरूर
अपने भोले बाबा को मनाऊंगी जरूर
मेरे भोले बाबा की यही है निशानी
माथे पे चंदा और आंखें मस्तानी
भोले तेरे दर्शन पाऊंगी जरूर
अपने भोले बाबा को मनाऊंगी जरूर
सावन आया नीलकंठ में जाऊंगी जरूर
मेरे भोले बाबा की यही है निशानी
हाथों में डमरू और चाल मस्तानी
नंगे पैर तेरे दर पे आउंगी जरूर
अपने भोले बाबा को मनाऊंगी जरूर
सावन आया नीलकंठ में जाऊंगी जरूर.
मेरे भोले बाबा की यही है निशानी
गोदी में गणपति बगल गौरा रानी
गणपति गौरा के दर्शन पाऊंगी जरूर
अपने भोले बाबा को मनाऊंगी जरूर
सावन आया नीलकंठ में जाऊंगी जरूर
मेरे भोले बाबा की यही है निशानी
चरणों में नंदी बैठा कहलाते कैलाशी
भोले तेरे दर्शन पाऊंगी जरूर
अपने भोले बाबा को मनाऊंगी जरूर