hi dosto aaj mai aapko jis geet ke lyrics dene wali hu ho hai vo ek hasi mazak geet hai jo ki hmari mandli dawara hgaya gaya hai aasha hai aapne ye bhajan jaroor suna hoga agar nahi suna to jaroor sune
lyrics
अरे मेरी सास को चढ़ा उदमास के सुसरी ने सांड चढ़ायो री
अरी मै गई घेर के बीच घेर में हिस्से बट रहे री
अरी जेठा ने ले लिआ घेर देवर ने बैठक ले लेइ री
अरी या भोंदू में ना है दिमाग [सहूर ] भोंदू ने छप्पर ले लिओ री
अरी मोहे जलती ने ओर जलावे छप्पर में वो तो रेडिओ बजावे री
अरी मै तो गई घेर के बीच घेर में हिस्से बट रहे री
आरी जेठा ने ले लई भैंस देवर ने झुटिया ले लई री
अरी या भोंदू में न है दिमाग भोंदू ने झोटा ले लिआ री
अरि मोहे जलती ने ओर जलावे झोटा का वो तो दूध निकाले री
अरी मैं गई घेर के बीच घेर में हिस्से बट रहे री
अरी मेरे जेठा ने ले लिआ खेत देवर ने क्यारी ले लई री
अरी या भोंदू में न है सहूर भोंदू ने कल्लर [बंजर ज़मीन ] ले लिआ री
अरि मोहे जलती ने ओर जलावे कळलर में वो तो पौध लगावे री
अरी मै गई घेर के बीच घेर में हिस्से बट रहे री
अरी मेरे जेठा ने ले लीयो बाप देवर ने मइया ले लई री
अरी या भोंदू में न है दिमाग भोंदू ने बहना ले लई री
आरी मोहे जलती ने और जलावे बहना का वो तो बिहाय रचावे ऋ
i hope aapko bhajan pasand aaye